किंतु जब मैं ढलता हूँ, मुझे कोई नमन नहीं करता है, थके हुये मेरे तन को, कोई आर्ध्य नहीं देता, किंतु जब मैं ढलता हूँ, मुझे कोई नमन नहीं करता है, थके हुये मेरे तन को, कोई आर्ध...
दहकते अंगारों जैसे मखमली लाल पलाश दहकते अंगारों जैसे मखमली लाल पलाश
सुख-दुःख की कथा गुथता चल, मन में ॐ की माला फेरता चल. सुख-दुःख की कथा गुथता चल, मन में ॐ की माला फेरता चल.
कुछ अपनी आवाज मंद थी कुछ तुमने भी कान न पाये। कुछ अपनी आवाज मंद थी कुछ तुमने भी कान न पाये।
विमुग्ध बिमल क्षरे अबिरल शीत पूत ज्योत्स्ना राशि आनंदाश्रु सम अश्कों की कण बिखेरे शबनमी मोती निस... विमुग्ध बिमल क्षरे अबिरल शीत पूत ज्योत्स्ना राशि आनंदाश्रु सम अश्कों की कण बि...
जब तक है मेरे इस जिस्म में जान गाता रहूंगा मैं तो भारत का गान। जब तक है मेरे इस जिस्म में जान गाता रहूंगा मैं तो भारत का गान।